श्री हरमंदिर साहिब (Golden Temple), दरबार साहिब, मेरा पहला यात्रा ब्लॉग
श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) जिसे दरबार साहिब भी कहा जाता है सिख धर्म का पावन व सबसे प्रमुख गुरुद्वारा है गुरुद्वारे का बाहरी हिस्सा सोने का बना है इसीलिए इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाता है इतिहास के मुताबिक सिक्खों के पांचवे गुरु अर्जुन देव जी ने इस गुरुद्वारे के निर्माण कार्य का जिम्मा स्वय आपने हाथो में लिया था व देख रेख की थी. इसके चारों ओर 4 दरवाजे हैं जो चारों ओर खुलते हैं इनमें से एक दरवाजा गुरु रामदास सराय का है इस सराय में विश्राम स्थल हैं गुरूद्वारे में आये श्रद्धालु इस सराय में विश्राम कर सकते है इस के पास ही लंगर हॉल है जिसमे 24 घंटे लंगर चलता रहता है इसमें कोई भी प्रसाद ग्रहण किए बिना नहीं रह पाता है यहाँ पर की जाने वाली सेवा तो देखने लायक है ऐसी सेवा शायद आपको कही भी देखने को ना मिले. स्वर्ण मंदिर को कई बार नष्ट भी किया जा चुका है इसे दोबारा 17 वी सदी में महाराजा सरदार जस्सा सिंह अहलुवालिया द्वारा बनाया गया था इसे जितनी बार भी नष्ट किया गया उसे दोबारा बनाया गया है इसकी हर घटना को स्वर्ण मंदिर में दर्शाया गया है अफगान हमलावरों ने 19वीं शताब्दी में इसे पूरी तरह नष्ट कर दिया था तब महाराजा रणजीत सिंह ने इसे दोबारा बनवाया था और सोने की परत से सजाया था
हम अमृतसर जंक्शन सुबह जल्द ही पहुच गये थे. यहा से ऑटो में बड़ी आसानी से स्वर्ण मंदिर पहुच गये पहुचते ही हम गुरु रामदास सराय में चले गये वहा नहाकर स्वर्ण मंदिर में दर्शन के लिए गये. जब हम ने श्री हरमंदिर साहिब को देखा तो देखते ही रह गये मन ही मन उत्साह बढता गया की कब इसे नजदीक से देखे. फिर हम दर्शन के लिए लाइनों में लगे कुछ ही समय में हम मंदिर में पहुच गए. अन्दर की स्वर्ण कारीगरी देखने लायक है यहाँ आकर बहुत अच्छा लगता है फिर हम ने कडाह प्रसाद को ग्रहण किया. व सामने आकर बेठ गये. मौसम बहुत ही सुहाना था गुरबाणी कीर्तन इतना अच्छा था की उठने का मन ही नहीं किया. कुछ देर बाद हम लंगर हॉल की तरफ चले गए. फिर हम ने प्रसाद पाया. लंगर हॉल बहुत ही बड़ा था. यहाँ पर की जाने वाली सेवा आपका मन मोह लेती है प्रसाद पाने के बाद फिर हम कुछ ही दुरी पर स्थित जलियांवाला बाग की और चले गए. जलियांवाला बाग का ब्लॉग भी आप देख सकते है. हम ने श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन रात को भी किये रात के समय का द्रश्य बहुत ही सुन्दर और मन मोहने वाला होता है स्वर्ण मदिर में जाने से पहले आप चाहे तो अपने साथ लाये सामान को गेट के बाहर बने लॉकर रूम मे जमा भी करवा सकते है
अमृतसर आप हवाई जहाज, रेल, व बस सेवा से पहुच सकते है अमृतसर में आप स्वर्ण मंदिर के साथ-साथ जलियांवाला बाग, पार्टीसन म्यूजियम, वाघा बॉर्डर, दुर्गियाना मंदिर, गोविन्दगढ़ किला आदि को भी देख सकते है
आप हमारे द्वारा ली गई कुछ फोटो व विडियो↓ को भी देख सकते है
जलियांवाला बाग ब्लॉग का लिंक (☞ ಠ_ಠ)☞जलियांवाला बाग, अमृतसर यात्रा
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