श्री माता वैष्णो देवी कटरा,(Mata Vaishno Devi) जम्मू यात्रा ब्लॉग-1




नमस्कार आपका स्वागत है यात्रा मेरे साथ में. यह यात्रा है माता वैष्णो देवी की जो स्थित है जम्मू कश्मीर राज्य में. यात्रा की शुरुआत होती है जयपुर ज. से.  हमने उदयपुर से जम्मू तवी तक चलने वाली गरीब रथ स्पेशल ट्रेन की टिकट लगभग 1 महीने पहले ही ले ली थी. 21 जून को हमारी टिकट थी हम जयपुर जंक्शन रात करीब 9 बजे पहुच गये. 10 बजे ट्रेन आने वाली थी. तो सोचा क्यों न घर से लाये खाने को एसी वेटिंग हॉल में बैठ कर निपटा लिया जाये. कुछ समय में खाना खा कर बैठे ही थे तभी अलाउंस हुआ की गरीब रथ स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म न. 2 पर  आने वाली है प्लेटफॉर्म पर पहुचने के कुछ समय बाद ही ट्रेन आ गई ट्रेन अपने नियत समय पर थी. रात के 10 बजे थे बेडरोल लेकर सो गये. सुबह करीब 7 बजे उठकर चेक किया तो पता चला की ट्रेन अपने निर्धारित समय पर ही चल रही है. सुबह लगभग 9:30 पर लुधियाना जंक्शन और 11 बजे जलंधर केंट आ गये तो पता चला ट्रेन में पैंट्री कार नहीं है तो फिर क्या हम तो मारवाड़ी है ना जी कुछ खाना तो घर से ही साथ लेकर चलते है जो रात को खाया था उसी में से एक समय का खाना और बच गया था. उसी समय निकाला और जीम गये. घर के खाने की अहमियत तब पता चलती है जब आप बाहर हो या कही का खाना आपको अच्छा नहीं लगता है. कुछ समय बाद ही 3:30 पर जम्मू तवी पहुच गये. उतरते ही पता चला की कटरा जाने वाली ट्रेन खड़ी है तो फिर क्या टिकट ली और चढ़ गये.(कोई भी ट्रेन ना हो तो जम्मू तवी स्टेशन के बाहर कटरा जाने वाली बसों की भरमार है ये भी आपको समय से पंहुचा देती है) ट्रेन पुरे 1 घंटे बाद चली. कुछ ही दूर चलने के बाद सुन्दर नज़ारे दिखने लगे कही सुरंग तो कही पुल से होकर ट्रेन गुजरती है जो नज़ारे आपको ट्रेन से देखने में मिलते है वो बस में नहीं मिलते इसीलिए हम ने ट्रेन से जाने का निश्चय किया था.
 ये नज़ारे आप ब्लॉग के निचे जो विडियो है उस में देख सकते है शाम करीब 6 बजे कटरा पहुच गये स्टेशन बस स्टैंड से कुछ दुरी पर है



 यहाँ से आपको ऑटो भी मिल जायेंगे. बस स्टैंड के पास ही यात्रा पर्ची काउंटर है सभी के लिए यात्रा पर्ची अनिवार्य है और इसे संभाल कर रखे. हम भी यात्रा पर्ची की लाइन में लगे और 1 वैध फोटो पहचान पत्र (जैसे-आधार कार्ड) दिखाकर यात्रा पर्ची ले ली. यात्रा पर्ची लेने के बाद हम ने रात को ही चढाई का निर्णय लिया कुछ ही दुरी पर एक होटल से खाने का पार्सल लिया और चल दिए. बाण गंगा चेक पोस्ट पर अपनी यात्रा पर्ची को स्कैन करवाया और चल पड़े माता के दरबार की और.
बाण गंगा चेक पोस्ट 

 माता के जयकारो के साथ बहुत से लोग चल रहे थे ठीक ठाक भीड़ भी थी तो चलने का पता भी नहीं चल रहा था कुछ लोग घोड़ो पर तो कुछ बुजुर्ग पालकी पर थे.




 आधी चढाई पूर्ण करने के बाद अर्धकुमारी से आगे का रास्ता बदलने का निश्चय किया गया क्योकि जो नया रास्ता है जो अर्धकुमारी से आगे माता के भवन तक जाता है उस में खडी चढाई कम है उस पर ऑटो भी चलते है इसी रास्ते से आगे चल दिए. कुछ समय में ही भूख का अहसाह भी होने लगा तो जो पार्सल लिया था उसे किनारे पर बैठ कर निपटा लिया. धीरे धीरे माता के जयकारो के सहारे रात को 1 बजे माता के भवन के पास पहुचे.



 कुछ समय आराम करने के बाद जो स्नानघर बने है उस में नहाने चले गये. नहाकर आने के बाद अपने पास जो सामान था उसे लोकर हॉल 2 व 3 में जमा करा दिया. फिर प्रसाद लेकर माता के दर्शनों की और चले. माता के दर्शनों के लिए लगी लम्बी लाइन में हम भी लग गये लगभग आधे घंटे बाद हमारा नंबर आ गया माता के दर्शन किये भीड़ अत्यधिक होने के कारण जल्दी जल्दी निकाल रहे थे तो इसी लिए जब भी दर्शन की लाइन में लगे तो अपना पूरा ध्यान माता की जो पिंडी है उसी पर रखे. फिर कुछ निचे आकर प्रसाद लिया और वापस अपने सामान को लेने के लिए चले गये.
आप हमारे द्वारा ली गयी कुछ फोटो व विडियो ↓ को भी देख सकते है 


इस से आगे की यात्रा का ब्लॉग-2 देखे श्री माता वैष्णो देवी कटरा, जम्मू यात्रा ब्लॉग-2
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